बिस्तर बनाने (Bed making)

अस्पताल में प्रयुक्त होने वाले पलंग घरों में प्रयुक्त किये जाने वाले पलंगों से भिन्न होते हैं। इनका आकार एवं उपयोग का तरीका जैसे पलंग का मोडना, ऊपर उठाना आदि भी अलग होते हैं। अस्पताल में उपयोग में लिये जाने वाले पलंग की सामान्य लम्बाई 19 मीटर (6.5 फीट) होती है तथा ऊंचाई 66 सेमी (26 इंच) एवं चौड़ाई लगभग 3 फीट होती है।

Comfort  Device's 

  • गद्दा (Mattress)
  • चादर (Bed shect)
  • ड्रा-शीट (Draw sheet)
  • ड्रा मैकिनटॉश (Draw makintosh)
  • तकिया (Pillow)
  • तकिये के कवर (Pillow cover)
  • कम्बल (Blanket )
  • पलंग पोश (Counterpane)
  • फुट बोर्ड (Foot board)
  • बैकरेस्ट (Back rest)
  • बेड क्रेडल (Bed cradle)
  1.  गद्दा (Mattress)- गद्दा या मैट्रेश पलंग के ऊपर बिछाया जाता है जो कि मरीज को आरामदायक आधारीय सतह प्रदान करता है। यह गद्दा फोम (Foam) या कॉर (Coir) का हो सकता है।  सामान्यतया अस्पतालों में 90 सेमी चौड़े तथा 190 से.मी. लम्बाई के आकार का गद्दा उपयोग में लिया जाता है।
  2. चादर (Bed sheet) - पलंग पर गद्दे बिछाने के बाद उसके ऊपर चादर बिछायी जाती है, जो सूती वस्त्र से निर्मित होती है। बिछाने के अलावा चादर को ओढ़ने के उपयोग में भी लाया जा सकता है,  चादर की लम्बाई गद्दे से ज्यादा होनी आवश्यक है। सामान्यतया अस्पतालों में 190 सेमी. चौड़ाई तथा 270 सेमी. लम्बाई की चादर का उपयोग किया जाता है।
  3. ड्रा मैकिनटॉश (Draw Mackintosh)-ड्रा मैकिनटॉश रबर या प्लास्टिक से बनी चादर होती है, जो कि वाटरप्रूफ होती है। इसे मरीज के नीचे चादर के ऊपर बिछाया जाता है जिससे यदि मरीज द्वारा मल-मूत्र उत्सर्जित किया जाये तो उससे चादर एवं गद्दे को गंदा होने से बचाया जा सके।
  4. ड्रा शीट (Draw sheet)- ड्रा-शीट भी बैड या चादर जैसी होती है, इसे मैकिनटॉश के ऊपर बिछाया जाता है ताकि मैकिनटॉश के रबर या प्लास्टिक के होने के कारण मरीज को इससे कोई परेशानी न हो। इसकी सामान्य चौड़ाई 110 सेमी. एवं लम्बाई 150 सेमी होती है।
  5. तकिया (Pillow) - तकिया मरीज के सिर को सहारा प्रदान करने के लिए एवं आवश्यकतानुसार शरीर के अन्य हिस्सों को सम्बल प्रदान करने के लिए उपयोग में लिया जाता है। यह फोम या डनलप के बने होते हैं।
  6. तकिये के कवर (Pillow cover)- तकिये पर कवर चढ़ा कर तकिये को गंदा होने से बचाया जाता है।
  7. कम्बल (Blanket) -कम्बल मरीज को ठंड से बचाने के लिए और मरीज के शरीर का तापमान कम होने से बचाने के लिए उपयोग में लिये जाते हैं।
  8. पलंगपोश (Counterpane)- जब बिस्तर खाली हो अर्थात् मरीज बिस्तर पर नहीं हो तब बिस्तर को तैयार कर उसे गंदा होने से बचाने अथवा धूल मिट्टी जमा होने से बचाने हेतु पलंगपोश का उपयोग किया जाता यह 3 मीटर लम्बा एवं 2 मीटर चौड़ा होता है। 
  9.  फुट बोर्ड (Foot board)- लकड़ी या प्लास्टिक से बने बोर्ड के रूप में होती है। फुट बोर्ड 'L' आकार में बना होता है जो बिस्तर पर लेटे हुए मरीज के पैरों को आधार प्रदान करता है जिससे पैरों की प्राकृतिक स्थिति (Poistion) बनी रहती है। 
  10. बैकरेस्ट (Back rest) - इस साधन के द्वारा रोगी को बैठी हुई स्थिती में पीठ के पीछे सहारा दिया जाता है।
  11. बेड क्रेडल (Bed cradle) - बैंड क्रेडल का उपयोग मरीज द्वारा ओढे जाने वाले कम्बल या चादर का भार मरीज शरीर पर नहीं आने देने के लिए किया जाता है। उदाहरण के तौर पर जले हुए मरीज (Bum).

बिस्तर बनाने (Bed making)

Bed-"एक बिस्तर फर्नीचर का एक टुकड़ा है जिसका उपयोग सोने,  और आराम करने के लिए किया जाता है।"

"A bed is a piece of furniture which is used as a place to sleep, rest, and relax"

परिभाषा (Defintion)

बिस्तर बनाने (Bed making) से तात्पर्य ऐसी विशेष प्रक्रिया से है जिसमें मरीज की स्थिति के अनुसार उसे अधिक आरामदायक स्थिति देने के लिए विशेष प्रकार से बिस्तर तैयार किया जाता है।

"यह एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा अस्पताल में रोगी के लिये आरामदायक एंव साफ सुथरा बिस्तर बनाया जाता है।"

"रोगी को आराम देने के लिये साफ व सुन्दर बिस्तर तैयार करने की प्रक्रिया को बिस्तर बनाना कहते है।"

"Bed-making is the act of arranging the bedsheets and other bedding on a bed, to prepare it for use"

उद्देश्य (Purpose)

  • मरीज को सुविधाजनक एवं आरामदायक बिस्तर प्रदान करने के लिए।
  • मरीज को उसकी स्थिति के अनुसार विशेष सुविधाजनक बिस्तर देने हेतु।
  • मरीज को स्वच्छ वातावरण प्रदान करने हेतु।
  • मरीज को सलवट रहित एवं गंदगी रहित बिस्तर प्रदान करने हेतु मरीज को बिस्तरीय घावों (Bed sore) से बचाने हेतु|
  • साफ सफाई युक्त स्वच्छ परिदृश्य बनाने हेतु|
  • मरीज को बीमारी विशेष में आराम दिलाने हेतु|
  • मरीज को सुरक्षित बिस्तर प्रदान करने हेतु।
  • मरीज का विश्वास प्राप्त कर अच्छे अन्तः पारस्परिक संबंध बनाने हेतु।
  • बिस्तर तैयार करते समय मरीज की सामान्य स्थिति का निरीक्षण करते हेतु|

बिस्तर बनाने के सामान्य निर्देश (General instructions for bed making)

  • मरीज के लिए बिस्तर तैयार करने से पहले तथा बाद में नर्स को अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए। बिस्तर बनाते समय सख्त विसंक्रमित तकनीक का उपयोग करना अति आवश्यक है।
  • मरीज का बिस्तर प्रतिदिन तैयार किया जाना चाहिए एवं उसे साफ करना चाहिए।
  • मरीज के बिस्तर, चादर या अन्य कोई कपड़े हटाते समय उन्हें अपने शरीर से दूर रखते हुए उठाना एवं रखना चाहिए।
  • चादर, मैकिनटॉश, कम्बल आदि मरीज के पलंग से हटाकर अन्य मरीज के बिस्तर पर नहीं रखने चाहिए। इनको रखने के लिए एक कुर्सी का उपयोग करना चाहिए।
  • यदि किसी संक्रामक बीमारी की मौजूदगी के कारण मरीज को अन्य मरीजों से पृथक (Isolate) रखा जाता है तो उसके पलंग के चादर, ड्राशीट, मेकिन्टोश आदि का पहले रोगाणुनाशन करवाना चाहिए तत्पश्चात घुलवाने के लिए भेजना चाहिए।
  • मरीज का बिस्तर बनाते समय नर्स को ध्यान रखना चाहिए कि बिस्तर सलवट रहित (Wrinkle free) हो एवं स्वच्छ हो तथा किसी प्रकार का कचरा बिस्तर पर न हो अन्यथा मरीज के बिस्तरीय घाव (Bed sore)) होने की संभावना हो है|
  • मरीज के बिस्तर की चादर को चारों ओर से अच्छी तरह से गद्दे के नीचे दबाना चाहिए ताकि चादर खिसके नहीं और सलवटें न पड़े।
  • बिस्तर तैयार करते समय गद्दे (Mattress) एवं पलंग को प्रतिदिन अच्छी तरह से साफ करना चाहिए। पलंग पर से बिस्तरों को हटाते समय उन्हें क्रमशः एक-एक करके उठाते हुए घड़ी (Fold) करके रखना चाहिए

  • बिस्तर बनाते समय शरीर की सीध या संरेखण (Body alignment) का ध्यान रखना चाहिए, जिससे शरीर पर अनावश्यक भार न पड़े एवं कार्य कुशलता से किया जा सके।

  • जब किसी असहाय मरीज का बिस्तर तैयार किया जा रहा हो तो आवश्यकतानुसार अपनी सहायता के लिएअन्य नर्स या मरीज के परिजनों को बुलाना चाहिए।

  • बिस्तर तैयार करने से पहले उपयोग में आने वाली समस्त सामग्रियों, जैसे- कम्बल, चादर, मैकिन्टॉश आदि को इस प्रकार क्रमशः व्यवस्थित करके रखें कि बिस्तर तैयार करते समय इन्हें ढूँढ़ने की जरूरत न पड़े। इससे समय एवं ऊर्जा की बचत की जा सकती है।

  • मरीज के ओढ़ने की चादर या कम्बल को मेट्रेस में इस प्रकार दबाना चाहिए कि उसके पाँव पर उसे दबाव महसूस न हो और फुट ड्रॉप (Foot drop) की समस्या उत्पन्न न हो। इसके लिए चादर या कम्बल को दबाने से पहले पायताने की ओर एक चुन्नट (Pleat) डालें अथवा मरीज को पाँव घुटने से ऊपर की ओर मोड़ने को कहें जिससे चादर एवं कम्बल पर्याप्त ढीली हो जाये। फिर उसे गद्दे के नीचे दबा कर टाइट कर दें।

  • मरीज को चादर या कम्बल ओढ़ाते समय उसका चेहरा बाहर ही रहने दें।

  • मरीज के पलंग से हटाने वाली चादरों को अधिक जोर लगाकर नहीं फटकारें|

  • मरीज के पलंग पर बिस्तर बिछाते समय सुनिश्चित कर लें कि उसमें कीट तो नहीं है।

  • बिस्तर तैयार करने से पूर्व यह सुनिश्चित कर लें कि मरीज को उसकी रोगावस्था के अनुसार पर्याप्त आराम प्रदान करने के लिए आपके पास पर्याप्त मात्रा में बिस्तर तैयार करने का सामान हो|

  • एक अच्छी नर्स होने के नाते समय, सामग्री एवं शक्ति की बचत करें एवं सदुपयोग करें।

  •  मरीज के लिए बिस्तर तैयार करते समय अपनी योजना में जलवायु, मौसम आदि के अनुसार परिवर्तन करना चाहिए।

  • नर्स को बिस्तर तैयार करते समय देह यांत्रिकी (Body mechanics) का ध्यान रखना चाहिए।

  • गंदी चादर की घडी इस प्रकार करनी चाहिए कि उसका गंदा हुआ हिस्सा घडी (Fold) में अन्दर की तरफ आये।

  • मैकिन्टॉश को रोल (Roll) करना चाहिए, घडी (Fold) नहीं करनी चाहिए अन्यथा ये रबर की शीट खराब हो जाती है।

बिस्तर बनाने के सिद्धांत (Principles of bed making)

बिस्तर बनाते समय नर्स को निम्न सिद्धान्तों का पालन आवश्यक रूप से करना चाहिए|-

  • बिस्तर बनाते समय विसंक्रमित तकनीक का उपयोग किया जाना चाहिए।
  • बिस्तर इस तरह तैयार किया जाना चाहिए ताकि यह सूक्ष्म जीवों की वृद्धि को रोके एवं रोगी को आराम दिलाने में सहायक हो ।
  • रोगी का बिस्तर पूरी तरह से सलवटों रहित (Wrinkle free) होना चाहिए।
  • बिस्तर बनाते समय नर्स को व्यवस्थित रूप से कार्य करते हुए समय, ऊर्जा एवं सामग्री की बचत करनी चाहिए।
  • बिस्तर तैयार करते समय देह यांत्रिकी (Body mechanics) का ध्यान रखना चाहिए।
  • बिस्तर का निर्माण इस तरह किया जाना चाहिए ताकि यह रोगी में बिस्तरी घाव (Bed sores) एवं फुट ड्रॉप (Foot drop) की रोकथाम करें।
  • यदि रोगी बेहोशी या अन्य किसी बीमारी के कारण स्वयं गति करने में असमर्थ है तो ऐसे रोगियों के लिए बिस्तर बदलते समय उसके शरीर के सभी अंगों को पर्याप्त सहारा दिया जाना चाहिए।
  • बिस्तर इस तरह तैयार करना चाहिए ताकि इस पर लेटने के बाद यह रोगी की सामान्य हलचल में किसी भी प्रकार की रूकावट उत्पन्न नहीं करें।

बिस्तरों के प्रकार (Types of beds)

  1. खाली बिस्तर (Unoccupied bed )
  2. भरा हुआ बिस्तर (Occupied bed) 
  3. भर्ती बिस्तर (Admission bed )
  4. हृदय रोगी बिस्तर (Cardiac bed )
  5. कम्बल बिस्तर (Blanket bed).
  6. अगोच्छेदन बिस्तर (Amputation bed)
  7. अस्थिभंग मरीज का बिस्तर (Fracture bed)
  8. शल्य चिकित्सा बिस्तर (Operation bed)

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